दुनिया के सबसे ताकतवर रॉकेट में से एक माने जाने वाले स्पेसएक्स के स्टारशिप का 11वां टेस्ट सफल रहा. इसे मंगलवार (14 अक्टूबर) को सुबह 5.00 बजे टेक्सास के बोका चिका से लॉन्च किया गया. यह टेस्ट 1 घंटे और 6 मिनट का था, जिसमें सुपर हैवी बूस्टर की अमेरिका की खाड़ी में वॉटर लैंडिंग कराई गई. इसका वीडियो भी सामने आया है. इस टेस्ट का मकसद भविष्य में रॉकेट को उड़ान भरने वाली जगह पर वापस लाना था.
दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स पहले भी कई टेस्ट कर चुकी है. इसका 10वां टेस्ट 27 अगस्त को किया गया था. यह टेस्ट भी कामयाब रहा था. रॉकेट के ऊपरी हिस्से को स्टारशिप स्पेसक्राफ्ट और निचले हिस्से को सुपर हैवी बूस्टर कहा जाता है. इसे कलेक्टिवली स्टारशिप कहा जाता है. इसकी ऊंचाई 403 फीट की है. यह करीब 40 मंजिला बिल्डिंग के जितना लंबा है. अहम बात यह है कि यह रीयूजेबल है.
मैक्सिको की खाड़ी में जा गिरा रॉकेट
दरअसल स्पेसएक्स ने इस रॉकेट को पूरी तरह से दोबारा इस्तेमाल करने जैसा बनाया है. इसी वजह से योजना के मुताबिक लॉन्च के कुछ ही मिनटों बाद स्टारशिप सुपर हेवी रॉकेट से अलग हो गया. इस प्रक्रिया को हॉट स्टेजिंग कहा जाता है. वहीं फिर रॉकेट मैक्सिको की खाड़ी में जा गिरा. रॉकेट के गिरने के बाद आग की लपटें दिखीं. हालांकि यह टेस्ट पूरी तरह से सफल रहा.
Splashdown confirmed! Congratulations to the entire SpaceX team on an exciting eleventh flight test of Starship! pic.twitter.com/llcIvNZFfg
— SpaceX (@SpaceX) October 14, 2025
Super Heavy has splashed down in the Gulf of America, gathering data for the next generation increaseer pic.twitter.com/o72ciKBZYm
— SpaceX (@SpaceX) October 13, 2025
बता दें कि स्पेसएक्स कंपनी इस रॉकेट को NASA के आर्टेमिस प्रोग्राम के लिए भी तैयार कर रही है. इसके मुताबिक 2027 तक इंसानों को दोबारा चांद पर भेजने का प्लान बन रहा है. स्पेस्कएक्स का यह मिशन मंगल के लिहाज से भी अहम माना जा रहा है. स्पेसएक्स का कहना है कि इस मिशन से जो डेटा मिला है, वह भविष्य के लिए फायदेमंद साबित होगा.
