दक्षिण लंदन में पिछले हफ्ते मलेशियाई-भारतीय कारोबारी विनोद शेखर पर दो बदमाशों ने हमला कर दिया. विनोद अपनी पत्नी और परिवार के साथ घूमने के बाद अपनी बेटी के घर लौट रहे थे, तभी यह घटना हुई. हमले के दौरान उनकी पत्नी विनी येप ने बहादुरी से हमलावरों का सामना किया और उन्हें भागने पर मजबूर कर दिया.


पेट्रा ग्रुप के चेयरमैन और सीईओ विनोद शेखर ने फेसबुक पर पूरी घटना बताई. उन्होंने लिखा कि दिन परिवार के साथ ऑक्सफोर्ड में बहुत अच्छा बीता था. शाम को 'हैमिल्टन' म्यूजिकल देखने के बाद वे बैटर्सी पावर स्टेशन के पास अपनी बेटी के घर पहुंचे. तभी अचानक दो लोग सामने आ गए और उन्होंने विनोद पर हमला कर दिया. उन्होंने उनकी जांघों और सीने पर मारा और हाथ से घड़ी खींच ली.


हेल्थ इश्यू के चलते नहीं कर पाए मुकाबला
विनोद ने बताया कि वह अपनी सेहत और ट्रांसप्लांट के बाद चल रही दवाइयों के कारण ठीक से मुकाबला नहीं कर पाए. उन्होंने कहा कि मैंने कोशिश की, लेकिन शरीर की हालत के कारण ज्यादा देर तक संघर्ष नहीं कर सका. उन्होंने लिखा. हमलावरों ने घड़ी की पट्टी तोड़कर उसे छीन लिया और भागने की कोशिश की.


पत्नी की बहादुरी से भागे बदमाश
इसी दौरान उनकी पत्नी विनी येप आगे आईं. उन्होंने जोर से चिल्लाना शुरू किया, अपना बैग लहराया और बिना डरे बदमाशों के सामने खड़ी हो गईं. उनकी हिम्मत देखकर दोनों हमलावर डर गए और इलेक्ट्रिक बाइक पर बैठकर भाग निकले. विनोद ने लिखा, 'मेरी पत्नी हमेशा की तरह शेरनी बन गई और उन्होंने हमलावरों को भगा दिया.'


पुलिस ने चेताया
कुछ ही मिनटों में लंदन पुलिस मौके पर पहुंच गई. एक पुलिस अधिकारी ने विनोद से कहा कि वह भाग्यशाली हैं, क्योंकि विरोध करने पर उन्हें गंभीर चोट लग सकती थी. विनोद ने घटना के बाद यात्रियों को चेतावनी दी कि महंगी घड़ियां या बैग पहनकर सड़कों पर न निकलें, क्योंकि सुरक्षा हमेशा वैसी नहीं होती जैसी दिखती है. उन्होंने कहा, 'घड़ी, पर्स या फोन फिर से खरीदे जा सकते हैं, लेकिन जिंदगी और अपने प्रियजन नहीं.' विनोद ने अपनी पोस्ट के अंत में लिखा, 'सावधान रहें, सुरक्षित रहें और हर दिन उन चीजो के लिए आभारी रहें जिन्हें कोई भी आपसे छीन नहीं सकता.'