ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वायुसेना ने आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद, लश्कर ए तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के कुल 9 आतंकी अड्डे ध्वस्त किए थे और पाकिस्तानी सेना के 11 एयरबेस तबाह हुए थे. तब से अब तक चाहे लश्कर ए तैयबा का डिप्टी चीफ और पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड सैफुल्लाह कसूरी हो या फिर आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद का आतंकी मसूद अजहर सभी या तो अंडर ग्राउंड थे या फिर सार्वजनिक मंचों पर संभल कर बोलते थे. जैश का आतंकी मसूद अजहर तो गायब था, लेकिन जैसे ही 17 सितंबर को पाकिस्तान और सऊदी अरब का रक्षा एग्रीमेंट हुआ है तब से ये आतंकी फिर से एक्टिवेट होने लगे हैं.
मसूद अजहर ने 38 मिनट दिया भड़काऊ भाषण
आतंकी सैफुल्लाह कसूरी ने जिस दिन रक्षा सौदे की घोषणा हुई, उसी दिन भारत से बदला लेने की धमकी दी. एबीपी न्यूज़ को सूत्रों से मिली आधे घंटे की एक्सक्लूसिव ऑडियो फाइल से खुलासा हुआ है कि कल 27 सितंबर को जैश ए मोहम्मद के आतंकी मसूद अजहर, जिसे लेकर पाकिस्तान दावा कर रहा था कि वो पाकिस्तान में नहीं है, उसने बहावलपुर की रेलवे कॉलोनी में स्थित मरकज़ उस्मान ओ अली में 37 मिनट और 55 सेकंड का भाषण दिया है.
एबीपी न्यूज ने 13 अगस्त को किया था बड़ा खुलासा
एबीपी न्यूज ने पिछले महीने 13 अगस्त को बड़ा खुलासा किया था कि आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद 313 नई मरकज़ बनाने के नाम पर 391 करोड़ रुपयों का चंदा अभियान चला रहा है, जिसका असल मकसद भारत पर हमला करने के लिए हथियार, ड्रोन खरीदना और आतंकियों की ट्रेनिंग के लिए कैंप बनाना है. ऐसे में आतंकी मसूद अजहर के भाषण में उसने लोगों से अल्लाह के नाम पर ज़्यादा से ज़्यादा पैसा देने की अपील की. साथ ही कुरान की आयतों का सहारा लेकर लोगों से कहा है कि कुरान में अल्लाह ने कहा है जो माल (पैसा) अल्लाह के काम के लिए देता है, अल्लाह उसे और पैसा देते हैं, इंसान अल्लाह के ऊपर जितना खर्च करेगा अल्लाह उसे उतना ही देता चला जाएगा, अल्लाह ने कहा जो देने वाला बनेगा उसे हम सब कुछ देंगे उसे खर्च करने वाला बनायेंगे.
कहानियां सुना-सुना कर जिहाद के लिए उकसा रहा मसूद अजहर
कुल 37 मिनट और 55 सेकंड के अपने भाषण में आतंकी मसूद ने लोगों को पैसा देने के फायदे इस्लाम के पहले ख़लीफ़ा अबू बकर अल सिद्दीक़ का उदाहरण देकर बताया और ना देने का नुक़सान उमैयाह इब्न ख़लफ़ का उदाहरण देते हुए समझाया. साथ ही कहानी सुनाई कि औरंगज़ेब के काल में एक मौलाना और उनकी पत्नी ज़कात के लिए पैसा नहीं देते थी इसी वजह से दोनों एक कमरे में मर गए. 391 करोड़ का चंदा इकट्ठा करने के लिए आतंकी मसूद अज़हर ने लोगों से यह भी अपील की, कि वो पैसा अपने बच्चों के लिए ना बचाएं, बच्चों को तो अल्लाह पाल लेंगे, कमाया हुआ ज्यादा से ज़्यादा पैसा अल्लाह के नाम पर दान करें.
जान देने की सोच रखने की अपील की
ऑपरेशन सिंदूर के बाद अपने पहले भाषण में आतंकी मसूद अज़हर ने आतंक के लिए जान देने की सोच रखने की भी अपील की और कहा जो व्यक्ति अल्लाह के लिए जान देने का का मन बना लेता है अल्लाह हमेशा उसकी जान बचाते है और जंग में वो व्यक्ति जान लेता है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद से आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के ट्रेनिंग कैम्प में आने वाले नए आतंकियों की संख्या खासी कम हो गई. साथ ही जिस तरह से आतंकी संगठन ने खैबर पख्तूनख्वाह में नया बेस तैयार करने की योजना बनायी है तो उसे आतंकियों की भर्ती में मशक्कत करनी पड़ रही है. ऐसे में आतंकी मसूद अजहर ने अपने पहले भाषण में ज़्यादा से ज़्यादा ज़ोर करोड़ों के चंदे और आतंकियों की भर्ती की तरफ़ रखा.
युवाओं को आतंकी संगठन से जोड़ने और उनमें आतंक के लिए मारने-मिटने का ज़ज्बा तैयार करने के लिए आतंकी मसूद अज़हर ने अपने भाषण में लोगों को अरब के इस्लामिक कमांडर ख़ालिद इब्न अल वालिद की कहानी सुनाते हुए कहा कि अल ख़ालिद अल्लाह के लिए जान देने वाले बने थे, इसीलिए अल्लाह ने उन्हें जान लेने वाला बनाया. हर युद्ध जिताया, इसीलिए तुम लोग अल्लाह के लिए जान देने वाले बनो, जान देने का जज़्बा रखोगे तो दुश्मन को मार दोगे वरना जान बचाने का जज़्बा रखोगे तो सांप, कुत्ता सब पीछे पड़ेंगे.
मरकज़ उस्मान ओ अली में परिवार के साथ शिफ्ट हुआ अजहर
आतंकी मसूद अज़हर का ये जिहादी मजमा उसी मरकज़ उस्मान ओ अली में लगा था, जिस पर एबीपी न्यूज़ ने 13 अगस्त को खुलासा किया था कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद मसूद के परिवार के सारे ज़िंदा बचे सदस्यों को मरकज़ सुभानल्लाह से 5 किलोमीटर दूर मरकज़ उस्मान ओ अली में शिफ्ट कर दिया गया था. अभी तक आतंकी मसूद अज़हर का भाई तल्हा अल सैफ़, उसका परिवार इस मरकज़ में रह रहा था.
सूत्रों के मुताबिक़ आतंकी मौलाना मसूद अज़हर अपने परिवार के साथ कराची के रीगल चौक स्थित अपने पुश्तैनी फ्लैट में रह रहा था और कभी कभार बहावलपुर आता था, लेकिन अब सूत्रों के मुताबिक आतंकी मसूद अज़हर 20 सितंबर को वापस बहावलपुर आ गया है और उसका बेटा अब्दुल्ला अज़हर, छोटा बेटा हम्माद अज़हर समेत मसूद अज़हर का पूरा परिवार इसी मरकज़ उस्मान ओ अली में रह रहा है.
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