पंजाब ने एक बार फिर से देश के अधिकतर राज्यों को पछाड़ दिया है. पंजाब को यह फतह जीएसटी के मोर्चे पर मिली है. इस प्रदेश ने जीएसटी बढ़ाने के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. यहां तक कि पूरे भारत में इस फाइनेंशियल ईयर में जनवरी तक में जीसटी कलेक्शन में 10 फीसदी तक की वृद्धि हुई है, लेकिन पंजाब ने देश की इस वृद्धि को भी पार करते हुए जनवरी तक जीएसटी कलेक्शन में 11.67 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है. पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने रविवार को इसकी जानकारी दी. इसमें एक्साइज, वैट, सीएसटी और पीएसडीटी सभी शामिल हैं. अकेले एक्साइज से होने वाली आमदनी में भी पंजाब ने 15.33 फीसदी का इजाफा हासिल किया है.
टॉप थ्री राज्यों में पंजाब हुआ शामिल
पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के मुताबिक, जीएसटी कलेक्शन में इस तरह की रिकॉर्ड वृद्धि कर पंजाब देश के उन टॉप थ्री राज्यों में शामिल हो गया है, जिन्होंने राष्ट्रीय औसत से भी अधिक जीएसटी कलेक्शन बढ़ाने में सफलता हासिल की है. इस तरह पहले नौ महीनों में ही पंजाब ने वैट, सीएसटी, जीएसटी, पीएसडीटी और उत्पाद शुल्क से 30 हजार करोड़ की आमदनी का आंकड़ा पार कर लिया है. 31,156.31 करोड़ की कुल आमदनी हुई है, जो पिछले साल 27,927.31 करोड़ था. उन्होंने कहा कि पंजाब ने आबकारी यानी अल्कोहल से होने वाली आमदनी में भी 21.31 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है. हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि पंजाब की यह सफलता इनोवेटिव प्लानिंग के कारण संभव हो सकी है.
लोगों को परेशान किए बिना बढ़ रहा टैक्स
हरपाल सिंह चीमा ने दावा किया कि पंजाब को टैक्स कलेक्शन में यह सफलता लोगों को परेशान किए बिना मिला है. उन्होंने कहा कि टैक्स चोरी करने वालों की लिस्ट बनाकर सिस्टम के लूपहोल का फायदा उठाने के उनके तरीकों को वाच किया गया. फिर प्लान बनाकर काम करने से टैक्स चोरी को रोकने की दिशा में सफलता की दर बढ रही है. इसके लिए अलग-अलग तरीके के चेक मैकेनिज्म भी डेवलप किए गए हैं.
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