तिलक वर्मा ने पाकिस्तान के ख्वाबों को चकनाचूर कर दिया, नहीं तो 20 रनों पर 3 विकेट गिराकर पाकिस्तान के गेंदबाजों ने अच्छी शुरुआत की थी. तिलक ने सिर्फ अंधाधुंध बल्लेबाजी नहीं की, बल्कि सूझबूझ भरी पारी खेली. तिलक ने 53 गेंदों में नाबाद 69 रन बनाए, इस पारी में उन्होंने 4 छक्के और 3 चौके लगाए. जीत के बाद वह दुबई के मैदान पर शेर की दहाड़े, लेकिन फाइनल होने के बावजूद पाकिस्तान के खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया. ऐसा ही पहले दोनों मैचों में भी हुआ था.


तिलक वर्मा ने मैच खत्म होने के बाद पाकिस्तान के खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया, उन्होंने क्या किसी भी भारतीय ने ऐसा नहीं किया. ये ग्रुप स्टेज के मुकाबले ही देखने को मिल गया था, जिसके बाद काफी विवाद भी हुआ था और पाकिस्तान ने इसे अपनी बेइज्जती समझा था. सुपर-4 में भी ऐसा ही हुआ और जिसकी संभावना थी वैसा ही फाइनल में भी हुआ. दोनों टीमों के बीच हैंडशेक नहीं हुआ.