भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति में सबसे पहले दोनों देशों की वायुसेना पर नजर जाती है. आधुनिक युद्ध में हवाई बढ़त सिर्फ लड़ाकू विमानों की संख्या से नहीं, बल्कि तकनीक, रडार, मिसाइल, एयर डिफेंस और ट्रेनिंग से तय होती है. ऐसे में यह सवाल अहम हो जाता है कि भारतीय वायुसेना और पाकिस्तान वायुसेना में वास्तव में कौन ज्यादा मजबूत है.
Global Fire Index की रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय वायुसेना को दुनिया की शीर्ष वायु सेनाओं में गिना जाता है. इसकी सबसे बड़ी ताकत इसका विशाल आकार और विविध प्लेटफॉर्म हैं. भारत के पास हजारों सैन्य विमान हैं, जिनमें बड़ी संख्या में फाइटर जेट, ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, हेलीकॉप्टर और निगरानी विमान शामिल हैं. इतनी बड़ी ताकत होने का मतलब यह है कि भारत एक साथ कई सीमाओं पर ऑपरेशन चला सकता है.
राफेल और सुखोई से मिलती है भारत को तकनीकी बढ़त
IAF की असली ताकत उसके आधुनिक लड़ाकू विमान हैं. फ्रांस से आए राफेल फाइटर जेट भारत को लंबी दूरी से दुश्मन को निशाना बनाने की क्षमता देते हैं. इन विमानों में एडवांस रडार, मजबूत इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम और अत्याधुनिक मिसाइलें लगी हैं. वहीं रूसी सुखोई-30MKI भारी हथियार ले जाने, लंबी दूरी तक उड़ान और हवा में जबरदस्त फुर्ती के लिए जाना जाता है. इन दोनों विमानों का संयोजन भारतीय वायुसेना को हवाई लड़ाई में मजबूत स्थिति देता है.
एयर डिफेंस में भारत की साफ बढ़त
हवाई युद्ध सिर्फ फाइटर जेट तक सीमित नहीं होता. दुश्मन के हमलों से अपने शहरों और सैन्य ठिकानों को बचाना भी उतना ही जरूरी है. भारत का बहुस्तरीय एयर डिफेंस सिस्टम, जिसमें S-400 जैसे आधुनिक सिस्टम शामिल हैं, मिसाइल और विमान हमलों को रोकने में बड़ी भूमिका निभाता है. इस क्षेत्र में भारत को पाकिस्तान पर स्पष्ट बढ़त हासिल है.
पाकिस्तान वायुसेना की मौजूदा स्थिति
पाकिस्तान वायुसेना ने हाल के वर्षों में अपने बेड़े को आधुनिक बनाने की कोशिश की है. चीन के सहयोग से बने JF-17 थंडर उसके मुख्य फाइटर जेट हैं. इसके अलावा पाकिस्तान के पास अमेरिकी F-16 और चीन से लिए गए J-10C जैसे आधुनिक विमान भी हैं. हालांकि तकनीकी सुधार के बावजूद पाकिस्तान की वायुसेना सीमित संख्या और कुछ चुनिंदा प्लेटफॉर्म पर ही निर्भर रहती है, जिससे उसकी संचालन क्षमता भारत की तुलना में कम हो जाती है.
J-10C और JF-17 कितने प्रभावी?
J-10C को पाकिस्तान का सबसे आधुनिक फाइटर माना जाता है और इसमें AESA रडार जैसे फीचर मौजूद हैं. वहीं JF-17 के नए वर्जन पहले से बेहतर जरूर हैं, लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार ये अभी भी राफेल या सुखोई-30MKI जैसी श्रेणी में नहीं आते. खासतौर पर लंबी दूरी की लड़ाई और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर में भारत को बढ़त रहती है.
संख्या और गुणवत्ता का फर्क
जहां पाकिस्तान कुछ आधुनिक विमानों पर भरोसा करता है, वहीं भारत के पास संख्या भी ज्यादा है और तकनीक भी. हालांकि यह भी सच है कि भारतीय वायुसेना की फाइटर स्क्वाड्रन संख्या स्वीकृत स्तर से कम है, लेकिन यह कमी धीरे-धीरे पूरी की जा रही है.
भविष्य की तैयारी
भारत स्वदेशी तेजस MK-1A जैसे विमानों के जरिए अपनी ताकत बढ़ा रहा है और आने वाले वर्षों में नई पीढ़ी के फाइटर और ड्रोन सिस्टम भी शामिल किए जाएंगे. दूसरी ओर पाकिस्तान JF-17 और J-10C के जरिए अपने बेड़े को बेहतर बनाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन संसाधनों की सीमाएं उसके सामने चुनौती बनी हुई हैं.
कुल एयरक्राफ्ट की संख्या भारत को बड़ी बढ़त
भारतीय वायुसेना के पास कुल 2229 एयरक्राफ्ट हैं, जबकि पाकिस्तान वायुसेना के पास 1399 एयरक्राफ्ट मौजूद हैं. यह आंकड़ा साफ दिखाता है कि संख्या के मामले में भारत पाकिस्तान से काफी आगे है. इसमें अगर फाइटर जेट की बात करें तो भारत के पास 513 फाइटर जेट है. पाकिस्तान के पास 328 है.फाइटर जेट किसी भी वायुसेना की रीढ़ होते हैं. इस मामले में भारत को करीब 185 जेट्स की सीधी बढ़त हासिल है, जो युद्ध के समय बड़ा फर्क पैदा कर सकती है.
अटैक एयरक्राफ्ट भारत आगे
भारतीय वायुसेना के पास 130 अटैक विमान है. पाकिस्तान के पास 99 अटैक विमान है. अटैक एयरक्राफ्ट जमीनी ठिकानों पर हमले के लिए इस्तेमाल होते हैं. यहां भी भारत पाकिस्तान से आगे नजर आता है.
ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट लॉजिस्टिक्स में भारत मजबूत
भारत के पास 270 ट्रांसपोर्ट विमान है और पाकिस्तान के पास 64 ट्रांसपोर्ट विमान है. ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट युद्ध के समय सैनिकों, हथियारों और राहत सामग्री की ढुलाई में अहम भूमिका निभाते हैं. इस क्षेत्र में भारत की बढ़त बहुत बड़ी है.
स्पेशल मिशन एयरक्राफ्ट निगरानी और रणनीति में बढ़त
भारत के पास 74 स्पेशल मिशन एयरक्राफ्ट है. पाकिस्तान के पास 27 स्पेशल मिशन एयरक्राफ्ट है. ये विमान निगरानी, इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर और इंटेलिजेंस मिशन के लिए इस्तेमाल होते हैं. यहां भारत लगभग तीन गुना मजबूत नजर आता है.
एरियल टैंकर हवा में ताकत बढ़ाने की क्षमता
भारत के पास 6 एरियल टैंकर है, जबकि पाकिस्तान के पास 4 एरियल टैंकर है. एरियल टैंकर फाइटर जेट्स की रेंज और समय बढ़ाने में मदद करते हैं. इस मामले में भी भारत को मामूली लेकिन अहम बढ़त है.
हेलीकॉप्टर ताकत में भारत भारी
भारत के पास 899 हेलीकॉप्टर है. वहीं पाकिस्तान के पास 373 हेलीकॉप्टर है. हेलीकॉप्टर सेना के समर्थन, आपूर्ति और बचाव अभियानों में बेहद जरूरी होते हैं. यहां भारत पाकिस्तान से दोगुने से भी ज्यादा मजबूत है.
