Joshua Bell Motivation Story: साल 2007 की बात है, जब वाशिंगटन डीसी की सड़क पर सुबह की ठंड थी. Subway स्टेशन के नजदीक दीवारों के सहारे हाथों में वायलिन लिए एक व्यक्ति खड़ा था. जिसका चेहरा काफी शांत और लोगों को आते जाते देख रहा था. इसके बाद उसने Bach की सबसे खूबसूरत धुन बजाना शुरू कर दी.


चारों ओर वायलिन का प्यारा संगीत गूंज रहा था. हर नोट परफेक्ट होने के साथ सुरीले थे. लेकिन हो क्या रहा था? हजारों की संख्या में लोग संगीतकार के सामने से गुजर रहे थे, अधिकतर लोगों की नजर झुकी हुई थी, किसी ने भी रुक कर पूरा सुनना नहीं चाहा.


भीड़ ने संगीतकार का म्यूजिक किया नजरअंदाज


संगीतकार को वायलिन पर धुन बजाते हुए 45 मिनट बीत चुके थे. इस दौरान हजारों की संख्या में लोग उसके सामने से आ जा रहे थे. किसी ने भी नजर उठाकर देखा तक नहीं, कोई रुका नहीं और किसी ने भी पूरा सुना नहीं, मात्र 7 लोग उसे आर्टिस्ट को सुनने के लिए रुके और कुल कमाई 2700 रुपये के आसपास हुई. एक स्ट्रीट म्यूजिशियन के लिए ये कमाई कोई बुरी नहीं है.


लेकिन अब कहानी में ट्विस्ट आता है, बीच सड़क पर वायलिन बजाने वाला व्यक्ति कोई साधारण संगीतकार नहीं था, न ही उसके पास कोई साधारण वायलिन था और न ही यह कोई साधारण सुबह थी. यह थे Joshua Bell, जो सबसे प्रसिद्ध music composition Johann Sebastian Bach की धुन को बजा रहे थे.


Joshua Bell दुनिया के सबसे महान वायलिनिस्ट में से एक हैं और तो और इन्होंने Grammy अवॉर्ड भी जीता है, जिनके शो की टिकट लाखों में होती है. सिर्फ दो रात पहले ही Joshua Bell ने बोस्टन के थियेटर में अपनी प्रस्तुती दी थी.


हर टिकट का प्राइस 8000 था, और दर्शकों की खचाखच भीड़ थी. सभी लोगों ने उनकी Performance पर Standing Ovation दिया और चारों तरफ तालियों की गूंज सुनाई दे रही थी.


कहानी जो आपको सोचने पर मजबूर कर देगी


ये छोटी सी स्टोरी सुनने में तो सामान्य लग सकती है, लेकिन इसके पीछे की गहराई आपको सोचने पर मजबूर कर देगी. अब कहानी में थोड़ा रुक कर सोचिए वही इंसान, हुनर भी वही, संगीत भी वही और वायलिन भी 29 करोड़ का... तो फर्क किया था? इसका जवाब है सिर्फ जगह.


Washington Post के द्वारा कराया गया यह एक Social Experiment था. जिसमें वह जानना चाह रहे थे कि, क्या लोग असली प्रतिभा (Talent) की कद्र करते हैं? इसका जवाब मिला, नहीं.


इस कहानी से आप जीवन की सबसे बड़ी सीख ये ले सकते हैं कि, सिर्फ हुनर होना काफी नहीं है. जरूरी है कि आपकी वैल्यू सही लोगों और सही जगह तक पहुंचे. जीवन में सही स्टेज चुनना उतना ही जरूरी है, जितना कि, खुद को बेहतर बनाना. याद रखिए जब आप सही जगह और सही लोगों के सामने होते हैं, तभी आपकी असली कीमत दिखाई देती है. 


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