Shardiya Navratri Kalash Sthapana 2025: शारदीय नवरात्रि की शुरुआत आज सोमवार 22 सितंबर से हो चुकी है और 1 अक्टूबर 2025 को नवमी तिथि समाप्त हो जाएगी. नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना या घट स्थापना की जाती है और इसके बाद से नौ दिनों की पूजा की शुरुआत हो जाती है.


कलश स्थापना का महत्व


नवरात्रि में कलश स्थापना या घटस्थापना का अर्थ होता है कि, इस समय ब्रह्मांड में मौजूद शक्ति तत्व को घट (कलश) में आह्वन करना. इस शक्ति तत्व से सारी नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाती है. इसलिए नवरात्रि के प्रथम दिन लोग मां दुर्गा की पूजा से पहले ईशान कोण (पूर्व-उत्तर दिशा) में कलश की स्थापना करते हैं.


कलश स्थापना न कर पाएं तो क्या करें


कामकाज में व्यस्तता या अन्य किसी भी कारण से यदि आज आप कलश स्थापना नहीं कर पाएं तो निराश होने की जरूरत नहीं है. कलश की स्थापना यदि न भी कर सके तो भी आप मां दुर्गा की पूजा भाव और श्रद्धा से उनकी कृपा पा सकते हैं, इसलिए निराश होने की जरूरत नहीं है.


लोग कई कारणों से कलश स्थापना नहीं पाते. जैसे ऑफिस जाने वालों की मॉर्निंग शिफ्ट होती है तो वे सुबह कलश स्थापना नहीं कर पाते. कुछ लोगों के घर या कमरे में पर्याप्त जगह नहीं होती. कुछ लोगों को समय नहीं मिल पाता तो वहीं कुछ लोगों के घर पर प्रांरभ से ही कलश स्थापना नहीं की जाती है. कारण चाहे जो भी हो समाधान आपको यहां मिलेगा. आइये जानते हैं कलश स्थापित न करने वाले क्या कर सकते हैं.


नहीं कर पाए कलश स्थापना तो करें ये काम


पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि, जो लोग कलश स्थापना नहीं करते या किसी कारण नहीं कर पाएं तो ऐसे लोग मां दुर्गा की तस्वीर भी स्थापित कर उसमें पूजा-पाठ कर सकते हैं.


यदि आप बिना कलश की स्थापना किए पूजा करना चाहते हैं तो, मां दुर्गा की तस्वीर स्थापित करें और अखंड ज्योति जलाएं. इससे भी आपको पूजा का पूर्ण फल मिलेगा.


कुछ लोग नौ दिनों तक अखंड ज्योति जलाने में सक्षम नहीं होते वे सुबह-शाम दीपक जला सकते हैं. इस बात का ध्यान रखें कि आप जो भी विधि अपनाएं उसे नौ दिनों तक उसी तरह के पूर्ण करें.


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