नेपाल में हालिया हिंसा की जांच कर रही एक उच्च-स्तरीय जांच समिति ने पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली सहित कई पूर्व शीर्ष अधिकारियों पर यात्रा प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की, जिसे सरकार ने मंजूरी दे दी है. समिति का मानना है कि इन नेताओं की भूमिका की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए यह कदम जरूरी है.
समिति ने पूर्व प्रधानमंत्री ओली के अलावा, पूर्व गृह मंत्री रमेश लेखक, पूर्व गृह सचिव गोकर्णमणि दुवादी, पूर्व राष्ट्रीय जांच विभाग प्रमुख हुतराज थापा और काठमांडू के पूर्व मुख्य जिला अधिकारी छवि रिजाल की विदेश यात्रा पर प्रतिबंध लगाने और उन्हें बिना पूर्व अनुमति के नेपाल छोड़कर जाने पर प्रतिबंध लगाने को कहा. इस पर फैसला लेते हुए गृह मंत्रालय ने केपी शर्मा ओली और चार अन्य के पासपोर्ट निलंबित करने का फैसला किया है. विदेश यात्रा प्रतिबंध के साथ-साथ, मंत्रालय ने बिना पूर्व अनुमति के उनके काठमांडू घाटी छोड़ने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है.
पूर्व PM केपी शर्मा ओली की गिरफ्तारी की मांग
नेपाल में हुई हिंसा की जांच को लेकर सुशीला कार्की के नेतृत्व वाली नेपाल की अंतरिम सरकार ने एक तीन सदस्यीय पैनल का गठन किया है. इस हिंसा में कुल 72 लोग मारे गए थे और 'GEN-Z' के प्रदर्शन के कारण केपी शर्मा ओली को पीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था. सरकार की ओर से गठित इस पैनल की अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस गौरी बहादुर कार्की कर रहे हैं.
नेपाल प्रदर्शन के दौरान 'GEN-Z' समूह की प्रमुख मांगों में से एक पैनल गठित कर सरकार के कामों की जांच करना भी था. अब आयोग को तीन महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है. वहीं 8 सितंबर को प्रदर्शन के दौरान पुलिस की ओर से फायरिंग में 19 लोगों की मौत हुई थी, जिसको लेकर समूह ने पूर्व प्रधानमंत्री ओली और पूर्व गृह मंत्री रमेश लेखक के गिरफ्तारी की मांग की है.
पूर्व पीएम ओली ने आरोपों को किया खारिज
नेपाल के पूर्व पीएम केपी शर्मा ओली ने शनिवार (27 सितंबर, 2025) को 'GEN-Z' समूह के सरकार विरोधी प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने का आदेश देने के आरोपों को खारिज किया. ओली ने भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर प्रतिबंध को लेकर सरकार के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन के बीच 9 सितंबर को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अपनी पहली सार्वजनिक टिप्पणी में यह बात कही.
नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के अध्यक्ष ओली ने भक्तपुर जिले के गुंडू क्षेत्र में अपने निजी आवास पर पार्टी के कुछ नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, 'मैंने आंदोलन के दौरान ‘GEN-Z’ प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने का आदेश नहीं दिया.'
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