Ravinder Indraj Singh: दिल्ली में नई सरकार बन चुकी है. आज (20 फरवरी) दोपहर रामलीला मैदान पर रेखा गुप्ता ने मुख्यमंत्री पद की शपद ली और उनके साथ ही छह विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई. इन छह में से एक रविंद्र इंद्रराज सिंह भी हैं, जिन्हें कैबिनेट में जगह मिली है. दिल्ली भाजपा में रविंद्र एक बड़ा दलित चेहरा है.
रविंद्र इंद्रराज दिल्ली की बवाना विधानसभा सीट से चुनकर आए हैं. उन्होंने आम आदमी पार्टी के विधायक जय भगवान उपकार को 31 हजार से अधिक वोटों से हराया है. रविंद्र बीजेपी के अनुसूचित जाति मोर्चा में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भी हैं.
साफ-सुथरी छवि, 7 करोड़ की संपत्ति
रविंद्र एक पढ़े लिखे और साफ-सुथरी छवि के नेता हैं. वह दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हैं. उनके पिता भी राजनीति में थे, इसिलए वह भी छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय रहे. रविंद्र दिल्ली की नरेला सीट से विधायक रह चुके इंद्राज सिंह के बेटे हैं.
रविंद्र ने दिल्ली चुनाव में जो हलफनामा पेश किया था, उसके मुताबिक वह पेशे से बिजनेसमैन हैं. उनके खिलाफ किसी तरह का कोई आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं है. उनके पास 7 करोड़ की संपत्ति है.
क्यों मिली कैबिनेट में जगह?
बीजेपी ने दिल्ली में मुख्यमंत्री और मंत्रीमंडल के लिए जो नाम चुने हैं, उससे साफ जाहिर है कि वह सभी वर्गो को साधने की कोशिश में है. बीजेपी की दिल्ली कैबिनेट में पंजाब, हरियाणा, बिहार कनेक्शन तो है ही साथ ही वैश्य, जाट और दलित सहित अलग-अलग वर्गों का भी प्रतिनिधित्व है. रविंद्र इंद्रराज को दलित चेहरे के नाते कैबिनेट में जगह मिली है. विपक्षी पार्टियों द्वारा बीजेपी पर जो दलित विरोधी आरोप लगाए जाते रहे हैं, उसके जवाब में बीजेपी ने यह कार्ड खेला है.
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