पिछले हफ्ते शेयर बाजार पर भारी दबाव देखने को मिला। Sensex में 2.66% और Nifty में 2.65% की गिरावट दर्ज की गई। विदेशी निवेशकों (FIIs) की भारी बिकवाली और अमेरिका द्वारा फार्मा उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाने की घोषणा ने निवेशकों की भावनाओं को चोट पहुंचाई। अकेले शुक्रवार को ही FIIs ने ₹5,600 करोड़ से ज्यादा के शेयर बेचे, जिससे बाजार में और गिरावट आई। अब नजर अगले हफ्ते पर है, जहां कई बड़े घटनाक्रम बाजार की दिशा तय करेंगे। सबसे महत्वपूर्ण है 29 सितंबर से शुरू हो रही RBI की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक। 1 अक्टूबर को गवर्नर संजय मल्होत्रा प्रेस कांफ्रेंस में दरों पर फैसला सुनाएंगे। यदि ब्याज दरों में कटौती होती है तो बाजार में सकारात्मक माहौल बनने की उम्मीद है। इसके अलावा अमेरिका-भारत व्यापार वार्ता, फार्मा सेक्टर पर नीति बदलाव, और रुपये व सोने की चाल भी बाजार की दिशा को प्रभावित कर सकते हैं। एक और बड़ी हलचल प्राइमरी मार्केट में देखने को मिलेगी — अगले हफ्ते कुल 20 IPOs ओपन हो रहे हैं, जिनमें से 4 मेनबोर्ड के और बाकी SME प्लेटफॉर्म से जुड़े हैं। साथ ही 26 कंपनियों की लिस्टिंग भी तय है, जिससे निवेशकों की दिलचस्पी और बढ़ सकती है। कुल मिलाकर, अगला सप्ताह बाजार के लिए अत्यधिक एक्टिव और निर्णयात्मक रहने वाला है।