पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में दिए गए भाषण के दौरान एक बड़ी घटना सामने आई. विजिटर गैलरी से अचानक “शहबाज शरीफ जिंदाबाद” के नारे गूंज उठे, जिससे पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारी किरकिरी हो गई. इस मामले ने संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं.
क्या हुआ था भाषण के दौरान?
26 सितंबर को शहबाज शरीफ जब संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित कर रहे थे, तभी विजिटर गैलरी से उनकी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PMLN) के समर्थकों ने नारेबाजी शुरू कर दी. यह भाषण UN Web TV पर लाइव प्रसारित हो रहा था, जिसे दुनियाभर में वास्तविक समय में देखा गया. नारेबाजी के तुरंत बाद पाकिस्तानी मिशन के एक अधिकारी ने हस्तक्षेप कर शांति बहाल करने की कोशिश की, जबकि संयुक्त राष्ट्र के सुरक्षाकर्मियों ने गैलरी में जाकर मामला संभाला.
कैसे मिली एंट्री?
संयुक्त राष्ट्र की विजिटर गैलरी में प्रवेश के लिए बेहद सख्त नियम हैं. आम तौर पर किसी भी आगंतुक को सदस्य देश के राजनयिक मिशन से पास जारी होता है. अब संयुक्त राष्ट्र अधिकारी जांच कर रहे हैं कि यह नारेबाज समर्थक वहां कैसे पहुंचे और घरेलू राजनीति से जुड़े नारे कैसे लगे.
संयुक्त राष्ट्र की सख्त परंपराएं
संयुक्त राष्ट्र में भाषण के दौरान तालियां बजाने की अनुमति है, लेकिन नारे लगाने या व्यवधान पैदा करने पर सख्त पाबंदी है. अगर किसी देश के प्रतिनिधि असहमति जताना चाहते हैं, तो वे चुपचाप वॉकआउट करते हैं. हाल ही में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के भाषण के दौरान कई देशों के प्रतिनिधियों ने इसी तरीके से विरोध जताया था.
पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय किरकिरी
इस घटना ने संयुक्त राष्ट्र के मंच पर पाकिस्तान की छवि को नुकसान पहुंचाया है. वैश्विक राजनयिक मंच पर घरेलू राजनीति के नारों ने न केवल पाकिस्तान के राजनयिक मिशन पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि उसकी अंतरराष्ट्रीय गंभीरता को भी धक्का पहुंचाया है.
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