एक्टर और राजनेता विजय की करूर रैली में शनिवार (27 सितंबर, 2025) को अचानक भगदड़ मच गई. इसमें 39 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 10 नाबालिग शामिल हैं. इस भगदड़ का शिकार दो साल का धुरु विष्णु भी हुआ, जो रैली में अपने माता-पिता के साथ मौजूद था. तमिलनाडु में मची इस त्रासदी में वह सबसे कम उम्र का बच्चा था, जो भगदड़ का शिकार हुआ.


सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों में एक पिता अपने बच्चे को गोद में लिए अस्पताल में मदद की गुहार लगा रहा है, वहीं एक मां डॉक्टरों की ओर से एक बच्चे की मौत की घोषणा के बाद उसे छोड़ने से इनकार करती हुई नजर आईं. एक्टर विजय ने भगदड़ में मारे गए 39 लोगों के परिवारों के लिए 20-20 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है.


एक्टर विजय ने जाहिर किया दु:ख


शनिवार को हुई भगदड़ में मारे गए बच्चों में हेमलता (8), सैलेत्सना (8), साईं जीवा (4), धुरु विष्णु (2), सनुज (13), धरणीका (14), पझानियाम्मल (11), कोकिला (14), कृतिक (7) और किशोर (17) शामिल हैं. इनके अलावा पीड़ितों में थमराईकन्नन (25), सुकन्या (33), आकाश (23), धनुषकुमार (24), वदिवाझगन (54), रेवती (52), चंद्रा (40), रमेश (32), रविकृष्णन (32), प्रियदर्शिनी (35), माहेश्वरी (45), मलाथी (36), सुमति (50), मणिकंदन (33), सतीशकुमार (34), आनंद (26), शंकर गणेश (45) शामिल हैं.


भगदड़ को लेकर अभिनेता और नेता विजय ने दु:ख जाहिर करते हुए सोशल मीडिया 'X' पर पोस्ट में कहा, 'मेरे दिल में जो दर्द है, उसे बयां करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं. मेरी आंखें और मन दुःख से घिरे हुए हैं. आप सभी के चेहरे, जिनसे मैं मिला हूं, मेरे जहन में बार-बार घूम रहे हैं. जितना अधिक मैं अपने प्रियजनों के बारे में सोचता हूं जो स्नेह और परवाह दिखाते हैं, उतना ही मेरा दिल अपनी जगह से भटक जाता है.'


भगदड़ में मारे गए लोगों को 20 लाख मुआवजा


उन्होंने आगे कहा, 'मेरे पास कहने के लिए शब्द नहीं हैं, लेकिन मैं पीड़ितों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. यह वास्तव में हमारे लिए बहुत बड़ी क्षति है. कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन सांत्वना के शब्द देता है, हमारे प्रियजनों का नुकसान असहनीय है. फिर भी, आपके परिवार के सदस्य के रूप में मैं हर परिवार को 20 लाख रुपये देने का इरादा रखता हूं, जिन्होंने अपने प्रियजन को खो दिया है और उन लोगों को 2 लाख रुपये प्रदान करना चाहता हूं, जो घायल हैं और इलाज करा रहे हैं.'


करूर रैली को लेकर सूत्रों ने बताया कि विजय लगभग सात घंटे देरी से पहुंचे और 10,000 की क्षमता वाले कार्यक्रम स्थल पर 27,000 लोगों की भीड़ जमा हो गई. सूत्रों ने यह भी बताया कि कार्यक्रम स्थल पर भोजन और पीने के पानी की व्यवस्था नहीं की गई थी. वहीं राज्य सरकार ने एक सेवानिवृत्त हाई कोर्ट के न्यायाधीश की अध्यक्षता में न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं.


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