Wankhede Stadium Pitch Report: मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच आज डबल हेडर का दूसरा मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में शाम 7:30 बजे से खेला जाएगा. ये आईपीएल की सबसे बड़ी राइवलरी है, जिसमें बतौर कप्तान गुरु-चेले  (एमएस धोनी-हार्दिक पांड्या) आमने सामने होंगे. चलिए जानते हैं इस मैच के लिए वानखेड़े की पिच कैसी रहने वाली है, यहां का IPL रिकॉर्ड कैसा रहा है.


इस सीजन मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स ने एक दूसरे के खिलाफ खेलकर ही अपने अभियान की शुरुआत की थी. उस मैच में चेन्नई ने बाजी मारी थी, हालांकि इसके बाद टीम लगातार 5 मैच हारी भी थी. एमएस धोनी ने कप्तानी वापस संभाल ली है, और टीम ने पिछले मैच में जीत दर्ज की है. अभी 7 में से 2 जीत के साथ सीएसके अंक तालिका में सबसे नीचे पायदान पर है. 


मुंबई इंडियंस की स्थिति ठीक नहीं है लेकिन सीएसके से बेहतर है, उसने 7 में से 3 मैच जीते हैं और हार्दिक पांड्या की कप्तानी वाली ये टीम अंक तालिका में 7वें स्थान पर है.


वानखेड़े स्टेडियम का IPL रिकॉर्ड


पहले संस्करण से वानखेड़े क्रिकेट स्टेडियम मुंबई इंडियंस का होम ग्राउंड है. यहां पर अभी तक कुल 119 मैच खेले जा चुके हैं. इसमें से 55 बार वो टीम जीती है, जिसने पहले बल्लेबाजी की. दूसरी बल्लेबाजी करने वाली टीम 64 बार जीती है. टॉस जीतने वाली टीम 62 और हारने वाली टीम 57 बार जीती है. 


वानखेड़े स्टेडियम में सबसे बड़ा स्कोर 235 का है, जो आरसीबी ने 2015 में बनाया था. यहां सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर 133 रन का है, जो डिविलियर्स ने इसी मैच में बनाया था. यहां सबसे बड़ा रन चेज 214 रन का है, जो मुंबई ने राजस्थान के खिलाफ हासिल किया था. सबसे अच्छे स्पेल की बात करें तो वो हरभजन सिंह (5/18) और वानिन्दु हसरंगा (5/18) के नाम हैं.






वानखेड़े स्टेडियम की पिच रिपोर्ट


मुंबई इंडियंस बनाम चेन्नई सुपर किंग्स मैच में पिच का मिजाज गेंदबाजों के पक्ष में रहेगा, बेशक इस स्टेडियम का इतिहास बड़े स्कोर के लिए रहा है लेकिन आज स्थिति इसके उलट देखने को मिल सकती है. यहां तेज गेंदबाजों के मुकाबले स्पिनर्स का बोलबाला रहेगा. पहले बल्लेबाजी करते हुए 190 का स्कोर अच्छा माना जा सकता है. हालांकि पॉवरप्ले महत्वपूर्ण होगा, यहां टीम को अधिक रन बनाने पर जोर देना होगा. ओस महत्वपूर्ण रोल निभाएगी, इसलिए टॉस जीतकर यहां पहले गेंदबाजी लेने का फैसला सही रहेगा. दूसरी पारी में बल्लेबाजी करना पहली पारी की तुलना में आसान होगा.