हांगकांग के ताई पो जिले में मौजूद वांग फुक कोर्ट की कई इमारतों में बुधवार (26 नवंबर 2025) को अचानक आग लग गई. लपटें इतनी तेजी से फैलीं कि इसने 7 इमारतों को अपनी चपेट में ले लिया. कई घंटे की कोशिशों के बावजूद उसे काबू में नहीं लाया जा सका. फायर डिपार्टमेंट के अनुसार अब तक 44 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. बड़ी संख्या में लोग अभी भी गुमशुदा हैं और अस्पतालों में कई घायलों का इलाज चल रहा है. लगभग 900 लोगों को अस्थायी राहत केंद्रों में रखा गया है ताकि उन्हें सुरक्षित जगह मिल सके.


घटना से जुड़े कई वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिसमें आग की लपटें खतरनाक तरीके से बढ़ती हुई नजर आ रही है. एक वीडियो में तो दर्जनों फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आग को बुझाने के लिए लगातार मशक्कत करते हुए नजर आ रही हैं. इसके अलावा एक अन्य वीडियो में आग तेजी से एक इमारत से दूसरी इमारत तक फैलती हुई नजर आ रही है.






कैसे भड़की आग?


BBC की रिपोर्ट के मुताबिक वांग फ़ुक कोर्ट में आठ टावर ब्लॉक हैं, जिनमें से हर एक 31 मंज़िल ऊंचा है, इसमें 1,984 अपार्टमेंट हैं. हाल ही में इन टावरों की मरम्मत का काम चल रहा था और पूरी बाहरी संरचना पर बांस के मचान लगाए गए थे. शुरुआती जांच में पाया गया कि आग तेजी से एक इमारत से दूसरी इमारत तक तेजी से फैल गई. इस क्रम में 8 में से 7 इमारतें आग की चपेट में आ गईं. बांस सूखा हुआ था और इसी वजह से आग बेहद तेजी से फैलती चली गई. दमकलकर्मियों के अनुसार तापमान इतना अधिक था कि जली हुई सामग्री ऊपर उड़कर दूर-दूर तक जाकर गिर रही थी और इससे आग और फैलती चली गई.


आग लगने की घटना


हांगकांग की इमारत में लगी आग को लेवल 5 की कैटिगरी में रखा गया है, जो गंभीरता के मामले में श्रेणी 1 से 5 तक के पैमाने पर दूसरा सबसे ऊंचा स्तर है. इससे पहले साल 2008 में हांगकांग में ग्रेड 5 कैटेगरी की भीषण आग लगी थी, जिसमें सिर्फ 4 लोगों की जान गई थी. वहीं साल 1962 में भी आग लगने से 44 लोगों की मौत हो गई थी.


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