Adani Group: म्यूचुअल फंड्स धीरे-धीरे अडानी ग्रुप की कंपनियों में अपना निवेश कम कर रहे हैं, जो इंटरेस्ट में लगातार गिरावट आने का संकेत है. अप्रैल में म्यूचुअल फंड्स ने आठ लिस्टेड कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी कम कर दी है. 1,160 करोड़ रुपये से अधिक के शेयर बेचे गए. वहीं, मार्च में चार कंपनियों से अपनी हिस्सेदारी घटाई. सबसे बड़ा विनिवेश अडानी एंटरप्राइजेज में हुआ, जिसमें म्यूचुअल फंड ने अपनी हिस्सेदारी 346 करोड़ रुपये से अधिक घटा दी. इसके बाद दूसरे और तीसरे नंबर पर अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस और अंबुजा सीमेंट्स रहे. इनमें से क्रमश: 302 करोड़ रुपये और 241 करोड़ रुपये का निवेश कम हुआ.
म्यूचुअल फंड्स को रास आई बस ये कंपनी
इसके अलावा, ACC (124 करोड़ रुपये), अदानी पोर्ट्स एंड एसईजेड (7.7 करोड़ रुपये) और अदानी टोटल गैस (3.43 करोड़ रुपये) से भी शेयरों की बिकवाली हुई है. अडानी ग्रुप का इकलौता ऐसा शेयर, जिसमें म्यूचुअल फंड ने अपनी दिलचस्पी बढ़ाई है वह है अडानी पावर. इसमें 102 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है. यही रूख मार्च में भी देखने को मिला. इस दौरान अदानी ग्रीन एनर्जी और अदानी एंटरप्राइजेज को छोड़कर अडानी ग्रुप के बाकी शेयरों में बिकवाली देखी गई. विनिवेश का यह ट्रेंड जनवरी से शुरू हुआ है, जब शेयरों की खरीद 480 करोड़ रुपये तक ही सीमित रखी गई. फरवरी में म्यूचुअल फंड्स इस ग्रुप की आठ कंपनियों में से लगभग 321 करोड़ रुपये का निवेश कम कर दिया.
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