पाकिस्तानी एक्सपर्ट ने पिछले साल दिसंबर से पंजाब में हो रहे हमलों के पीछे पाक की इंटेल एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस (ISI) का हाथ होने की आशंका जताई है. उन्होंने कहा है कि शायद आईएसआई के लोग वहां रहते हैं, जो युवाओं को भड़काकर हमले करवा रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत के पंजाब और पाकिस्तान के लाहौर के बीच जो बॉर्डर है वो काफी पोरस है.


पाक एक्सपर्ट ताहिर गोरा ने पंजाब पुलिस के एक अधिकारी का जिक्र करते हुए कहा कि वह कह रहे हैं कि आईएसआई पंजाब के युवाओं को छोटे लालच देकर हमले करवा रही है. उन्होंने कहा कि टाइम टू टाइम आईएसआई पंजाब में चीजों को भड़काती है.


उन्होंने कहा कि शायद अभी आईएसआई वहां न हो, लेकिन शायद कभी गई है या वो वहां रहते हों क्योंकि साथ ही तो बॉर्डर है. ताहिर गोरा ने कहा, 'मैंने तो बॉर्डर देखा हुआ है. मैंने अमृतसर की तरफ से भी बॉर्डर देखा हुआ है और लाहौर की तरफ से भी देखा हुआ है कि वो कितना पोरस बॉर्डर है. इसमें कोई शक वाली बात ही नहीं है कि आईएसआई वहां ये सब न करवा रही हो.' 


उन्होंने यह भी कहा कि खालिस्तानी एलिमेंट्स से भी आईएसआई मिलती है और इन हमलों में खालिस्तानी एलिमेंट भी हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि पंजाब में जो हमलों की घटनाएं हुई हैं, ये कनाडा और यूके में जो खालिस्तानी एलिमेंट्स हैं, उनसे भी जुड़ी हुई हैं और आईएसआई के जो लोग यहां बैठे हुए हुए हैं, वो खुलम-खुल्ला यही काम कर रहे हैं.


ताहिर गोरा ने कहा, 'खालिस्तानी एलिमेंट भी आईएसआई से खुल्लम-खुल्ला मिलते हैं. मैंने कई बार देखा हुआ है. तो भारत के पंजाब में ये कार्रवाइयां फिर भड़कना वाकई चैलेंजिंग है. मैं यह समझता हूं कि इस वक्त वहां पर आम आदमी पार्टी की जो सरकार है, उनको इस मसले को ठीक ठाक तरीके से रोकना चाहिए, वरना ये मामलात एक स्टेप आगे चैलेंज बन सकता है.'


ताहिर गोरा ने बीबीसी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि 2024 से अब तक पंजाब में कई हमले हुए, जिनमें कभी पुलिस स्टेशन का निशाना बनाया गया और कभी मंदिर को. उन्होंने कहा कि रिपोर्ट के अनुसार 4 दिसंबर, 2024 को मजीठिया थाने के बाहर धमाका हुआ, फिर 12 दिसंबर को गुरदासपुर के अलीवार गांव के पुलिस स्टेशन पर हमला किया गया, 17 दिसंबर को अमृतसर में एक पुलिस स्टेशन पर हमला हुआ, 18 दिसंबर को गुरदासपुर पुलिस चौकी बक्शीवाल पर हमला किया गया, 20 दिसंबर को वडाला बंगर पुलिस चौकी को निशाना बनाया, 3 फरवरी को अमृतसर पुलिस स्टेशन चौकी फतेहगढ़ चुरिया बाईपास पर हमला हुआ, 11 मार्च को हिंदू मंदिर ठाकर दवारा में धमाका हुआ और 16 मार्च को जालंधर के गांव रसूल में एक घर पर धमाका हुआ.


 


यह भी पढ़ें:-
क्या इलाहाबाद HC में कोई न्यायिक काम नहीं करेंगे जस्टिस वर्मा? कॉलेजियम ने केंद्र से की ट्रांसफर की सिफारिश