MS Dhoni on Impact Player Rule in IPL 2025: चेन्नई सुपर किंग्स को अपनी कप्तानी में 5 बार चैंपियन बना चुके एमएस धोनी ने इम्पैक्ट प्लेयर नियम पर खुलकर अपनी राय रखी है. ये नियम तभी से विवादों में रहा है, जब से इसे लागू किया गया है. कई इसके पक्ष में हैं तो कई मानते हैं कि इससे ऑलराउंडर्स प्लेयर्स को नुकसान हुआ है. धोनी का मानना है कि ऐसा नहीं है कि आईपीएल में बड़े स्कोर अतिरिक्त प्लेयर के खेलने से बन रहे हों बल्कि इसका कारण इससे खिलाड़ियों के बदले माइंडसेट से हैं. उनका मानना है कि इम्पैक्ट प्लेयर नियम ने उन्हें फायदा नहीं दिया है. वह खुद को इम्पैक्ट प्लेयर भी नहीं मानते.
जियो-हॉटस्टार पर 'द MSD एक्सपीरियंस' में बात करते हुए एमएस धोनी ने कहा कि, "जब इम्पैक्ट प्लेयर नियम लागू हुआ था तो मुझे लगा था कि उस समय इस नियम की जरुरत नहीं है. ये नियम कभी मेरी मदद करता है लेकिन ज्यादातर ऐसा नहीं होता. मैं अभी भी विकेट कीपिंग करता हूं तो मैं इम्पैक्ट प्लेयर नहीं हूं. मुझे फील्डिंग में भी आना होगा."
आईपीएल में बड़े स्कोर का कारण इम्पैक्ट प्लेयर नहीं
एमएस धोनी का ये भी मानना है कि आईपीएल में अब बड़े स्कोर बन रहे हैं, उसका कारण इम्पैक्ट प्लेयर नियम नहीं है. उन्होंने कहा, 'कई लोगों का मानना है कि इम्पैक्ट प्लेयर नियम की वजह से आईपीएल में बड़े स्कोर बन रहे हैं. लेकिन मेरे अनुसार खिलाड़ियों के रिलैक्स माइंडसेट और परिस्थितियों के कारण ऐसा हो रहा है. एक अतिरिक्त बल्लेबाज इतने रन नहीं बना रहा है बल्कि ये मानसिकता के कारण है. टीमों को आराम है कि उनके पास एक अतिरिक्त बल्लेबाज है, इसलिए बल्लेबाज अधिक सजह होकर खेल रहे हैं. उनके होने से आत्मविश्वास बढ़ता है क्योंकि ऐसा तो नहीं है कि सभी 4-5 बल्लेबाजों को खिलाया जा रहा हो.'
मुंबई इंडियंस के खिलाफ राइवलरी को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि 'बतौर बल्लेबाज मैं सभी टीमों के खिलाफ रन बनाना चाहता हूं. टीम को मेरी किस तरह जरुरत है, उसके अनुसार आप बल्लेबाजी करने की कोशिश करते हैं.'
विरोधी नहीं, जीत रखती है मायने
एमएस धोनी ने विरोधी टीम को लेकर कहा कि उनके लिए मायने नहीं रखता कि सामने कौन सी टीम है बल्कि उनके लिए जीत मायने रखती है. हालांकि उनका ये भी मानना है कि दो टीमों के बीच राइवलरी के बारे में बात होती है तो ये पूरे आईपीएल टूर्नामेंट के लिए अच्छी बात है.
क्या है आईपीएल में इम्पैक्ट प्लेयर नियम
इम्पैक्ट प्लेयर नियम के तहत एक कप्तान प्लेइंग 11 के साथ 5 सब्स्टीट्यूट प्लेयर चुनता है. मैच के दौरान कप्तान प्लेइंग 11 से एक खिलाड़ी के बदले सब्स्टीट्यूट प्लेयर्स में से किसी एक को प्लेइंग 11 में शामिल कर सकता है. कप्तान गेंदबाज को बाहर करके बल्लेबाज और बल्लेबाज को बाहर करके गेंदबाज को भी ला सकता है.

 
             
                     
                                             
                                             
                                             
         
                     
                    