एक दिन पहले गुरुवार को एशियाई शेयर बाजार में रौनक के बाद शुक्रवार को फिर से गिरावट का दौर जारी रहा. अमेरिका और चीन के बीच चरम पर ट्रेड टेंशन का सीधा असर वॉल स्ट्रीट पर पड़ रहा है. जापान का निक्केई 225 अंक यानी 5.46 प्रतिशत फिसल गया. इससे पहले, ट्रंप की तरफ से कई देशों के ऊपर लगाए गए टैरिफ पर 90 दिनों के ब्रेक से एशियाई बाजार में रौनक छा गई थी. निक्केई में गुरुवार को 9% की उछाल देखी गई थी.
खुदरा शेयरों में 3.87% की गिरावट रही. टोक्यो इलेक्ट्रोन का शेयर 5 प्रतिशत नीचे आ गया और Advantest stock भी 7.5 प्रतिशत गिर गया. टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज के सभी 22 इंडस्ट्री सब इंडेक्स में गिरावट के बाद जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने कदम उठाते हुए टास्क फोर्स का गठन किया ताकि अमेरिका के साथ व्यापारिक बातचीत को आगे बढ़ाया जाए.
इंटरनेशल मार्केट में गिरावट
आर्थिक मामलों के मंत्री Ryosei Akazawa इस टास्क फोर्स का नेतृत्व करेंगे और वहां के मीडिया का कहना है कि ऐसी उम्मीद है कि वे अगले हफ्ते वाशिंगटन का दौरा करेंगे. दक्षिण कोरिया के Kospi में भी 1.55 प्रतिशत की गिरावट आयी है जबकि Kosdaq 0.11 प्रतिशत फिसल गया. हांगकांग के Hang Seng की शुरुआत भी गिरावट के साथ रही.
ऑस्ट्रेलिया शेयरों में भी 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी गई. S&P/ASX 200 इंडेक्स 2.4 प्रतिशत नीचे फिसलकर 7,524.50 पर आ गया. न्यूजीलैंड का के बेंचमार्क S&P/NZX 50 इंडेक्स में भी 1.5 प्रतिशत की नरमी देखी गई.
यूएस चीन ट्रेड वॉर का असर
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रेप ने उन देशों के खिलाफ 90 दिनों का टैरिफ पर ब्रेक लगा दिया है, जिन्होंने जवाब कदम नहीं उठाया. जबकि, चीन के ऊपर टैरिफ को और बढ़ा दिया गया है. अब चीन के ऊपर टैरिफ के कुल आंकड़ा बढ़कर 154 प्रतिशत हो गया है. व्हाइट हाउस ने इसकी पुष्टि की. समाचार एजेंसी रायटर्स के मुताबिक, चीन भी लगातार ट्रंप के टैरिफ के जवाब में कदम उठा रहा है. ऐसे में इस बात का और खतरा बढ़ गया है कि बीजिंग की तरफ से अमेरिका पर लगाए जाने वाले टैरिफ के रेट को 84 प्रतिशत से और बढ़ाया जा सकता है.
अमेरिकी शेयर बाजार के तीन प्रमुख स्टॉक में गिरावट का दौर जारी रहा. डाउ जोन्स एवरेट 2.50% नीचे फिसला जबकि S&P में 3.46 प्रतिशत और नैस्डैक कंपोजिट में 4.31 प्रतिशत की फिसलन देखी गई.
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