Donald Trump-Zelensky Clash : व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के साथ यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की की हुई बहस ने दुनियाभर में हलचल मचा दी है. अमेरिकी राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के साथ जेलेंस्की की हुई बहस का रूस ने भी मजाक उड़ाया है और जेलेंस्की को बेईमान कहा है. वहीं, दुनिया के कई अन्य देश यूक्रेनी राष्ट्रपति के समर्थन में आ गए हैं.


दरअसल, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की युद्ध में शांति स्थापित करने को लेकर चर्चा के लिए शुक्रवार (28 फरवरी) को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने के लिए अमेरिका के व्हाइट हाउस पहुंचे. हालांकि, इस मुलाकात के दौरान जेलेंस्की रूस के साथ शांति समझौता करने के लिए तैयार नहीं हुए, जिसके बाद यूक्रेनी और अमेरिकी राष्ट्रपति के बीच तीखी बहस हो गई और ट्रंप ने गुस्से में यूक्रेनी राष्ट्रपति को व्हाइट हाउस के बाहर भेज दिया.


यूक्रेन के समर्थन में आए दुनिया के ये देश


ऑस्ट्रेलियन चांसलर कार्ल नेहमर ने एक्स पर अपने पोस्ट में कहा, “यूक्रेन के लोग पिछले 3 साल से अधिक समय से जारी रूसी हमलों से अपने देश की रक्षा कर रहे हैं. मैंने खुद युद्ध वाले इलाके का दौरा किया और देखा कि इस युद्ध में कितने बड़े बलिदान दिए गए. इसलिए हम इस युद्ध का अंत चाहते हैं.”


यूक्रेन पर हो रहे रूसी हमले को अवैध बताते हुए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा, “रूस ने अवैध तरीके से यूक्रेन पर हमला किया. वहीं. पिछले 3 साल से यूक्रेन के लोगों ने पूरी हिम्मत के साथ इस लड़ाई को लड़ा है. लोकतंत्र, आजादी और संप्रभुता के लिए उनकी लड़ाई हम सब के लिए भी मायने रखती है. कनाडा यूक्रेन और उसके लोगों के साथ शांति स्थापित करने के लिए हमेशा खड़ा रहेगा.”


स्लोवेनिया के राष्ट्रपति नताशा पिर्क मुसर ने कहा, “हम यूक्रेन की संप्रभुता को बनाए रखने के लिए उनके समर्थन में खड़े हैं. हम फिर से इस बात को दोहराते हैं कि रूस हमलावर है. यूक्रेन में शांति बनाए रखने के लिए यूरोप को आगे आना चाहिए.”


रोमानिया के अंतरिम राष्ट्रपति इली बोलोजन ने कहा, “यूक्रेन की सुरक्षा यूरोप की सुरक्षा के लिए काफी महत्वपूर्ण है. हमें हमारी आजादी और शांति के लिए एक साथ खड़ा होना होगा.”


वहीं, पोलैंड के पीएम ने कहा कि आप अकेले नहीं है.


यूरोपियन कमिशन के अध्यक्ष उर्सुला वोन डेर लीयेन और यूरोपियन काउंसिल के अध्यक्ष अंटोनियो कोस्टा ने एक संयुक्त पोस्ट में कहा, “आप कभी अकेले नहीं है. हम एक स्थायी शांति स्थापित करने के लिए हमेशा काम करते रहेंगे.”


रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इन देशों के अलावा जर्मनी, इटली, बेल्जियम, क्रोएशिया, चेक रिपब्लिक, एस्टोनिया, फिनलैंड, आयरलैंड, लातविया, नीदरलैंड, पुर्तगाल, स्पेन, स्वीडन, आयरलैंड, लिथुआनिया, लक्जमबर्ग और फ्रांस के नेताओं ने भी यूक्रेन का समर्थन किया है.


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