पाकिस्तान और अफगानिस्तान सीमा पर चल रहा तनाव काफी ज्यादा बढ़ चुका है. 9 अक्टूबर को पाकिस्तान की एयरस्ट्राइक से शुरू हुई जंग फिलहाल थम गई है, लेकिन तनाव अभी भी बना हुआ है. इस बीच सऊदी अरब और पाकिस्तान की डिफेंस डील की भी काफी चर्चा हो रही है और पाकिस्तानी एक्सपर्ट आरजू काजमी ने प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की खामोशी पर गुस्सा निकाला है. आरजू काजमी का कहना है कि क्या पाकिस्तान पर तालिबान के हमले को सऊदी अरब पर भी हमला समझा जाएगा या नहीं.


पिछले महीने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मोहम्मद बिल सलमान के साथ एक स्ट्रेटिजक डिफेंस पैक्ट पर हस्ताक्षर किए थे. इस समझौते का मतलब था कि अगर दोनों में किसी एक देश पर हमला होता है तो उसे दूसरे पर भी अटैक माना जाएगा और ऐसी स्थिति में दोनों देश एक-दूसरे की मदद करेंगे. 


सऊदी-अरब की डिफेंस डील को लेकर निकला आरजी काजमी का गुस्सा
आरजू काजमी ने कहा कि सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान हमें तसल्लियां दे रहे हैं, उस डिफेंस डील का क्या हुआ, जो कहा जा रहा था कि दोनों में से किसी भी देश पर हमले को दोनों पर अटैक माना जाएगा. उन्होंने सवाल किया, 'तो अब तालिबान के पाकिस्तान पर हमले को क्या सऊदी अरब पर भी अटैक समझा जाए और अगर समझा जाए तो मोहम्मद बिन सलमान किधर हैं. अगर वह सेना नहीं भेज सकते तो पैसा ही भेज दें, वो भी नहीं भेज रहे, बस वो खाली तसल्लियां दे रहे हैं हमें कि ऐसा नहीं होना चाहिए.'


पाकिस्तान की एयर स्ट्राइक पर आरजू काजमी ने उठाए सवाल
आरजू काजमी ने पाकिस्तान सरकार पर भी सवाल उठाए कि खुद वो अब कह रहे हैं कि अफगानिस्तान में सिर्फ टेरर कैंप्स को निशाना बनाया गया, सिविलियन और आर्मी कैंप्स को नहीं, लेकिन जब यही बात भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कही थी तब पाकिस्तान को ये बातें समझ नहीं आ रही थीं.


उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से अफगानिस्तान में और अफगानिस्तान की तरफ से पाकिस्तान में जो हमले हुए हैं, उन्हें हमें याद रखना चाहिए. अफगानिस्तान की तरफ से जो हुआ है, वो तो कह रहे हैं कि उन्होंने जवाबी कार्रवाई की है. आरजू काजमी ने कहा कि पाकिस्तान अब कह रहा है कि हमने तो जो टेटर कैंप्स थे, उन पर अटैक किया, सिविलियन या आर्मी कैंप्स पर नहीं किया है. ये बात तो भारत ने भी हमें कही थी, जब उन्होंने पाकिस्तान के अलग-अलग शहरों में टेरर कैंप्स पर हमले किए थे. 


आरजू काजमी ने कहा कि भारत ने भी तो कहा था कि जो लोग पाकिस्तान से भारत में आकर लोगों पर हमले करते हैं, सिर्फ उन्हीं के खिलाफ कार्रवाई की गई, उस समय तो हमें ये बात समझ में नहीं आ रही थी और अब जब हमने खुद अफगानिस्तान पर हमला किया तो हम वही कहानी यहां सुना रहे हैं और कह रहे हैं कि हमारा यकीन करें.