America and Iran: अमेरिका और ईरान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है. हाल में ही ट्रंप ने गाजा को लेकर अपनी योजना पेश की थी. इस पर ईरान ने विरोध जताया था. राष्ट्रपति ट्रंप ने गाजा पट्टी पर कब्जा करने और इसके पुनर्विकास का प्रस्ताव रखा है. इस पर ईरानी संसद में विदेश नीति आयोग के सदस्य मुस्तफा जरेई ने एक बड़ा बयान दिया है.
मुस्तफा जरेई ने ट्रंप को दी धमकी
ईरानी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एइता पर ईरानी संसद में विदेश नीति आयोग के सदस्य मुस्तफा जरेई ने कहा, "अपनी ओर से मैं कहूंगा कि जब भी मुझे मौका मिलेगा, मैं तुम्हे मारने में एक पल भी नहीं हिचकिचाऊंगा, डोनाल्ड ट्रंप.'' उनके इस बयान की चर्चा हर जगह हो रही है. उन्होंने अपनी पोस्ट में आगे कहा, "वे एक राजनीतिक अधिकारी हैं जो कूटनीतिक रूप से यह बात कह रहे हैं.''
ट्रंप ईरान को लेकर अपना रहे हैं कड़ा रुख
इससे पहले व्हाइट हाउस में एक दस्तावेज पर हस्ताक्षर करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, "मैं ईरान से यह कहना चाहता हूं कि मैं एक बड़ा समझौता करना चाहता हूं. एक ऐसा समझौता जिससे वे अपनी जिंदगी आगे बढ़ा सकें."
ट्रंप ने साफ कहा कि ईरान परमाणु हथियार नहीं रख सकता. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो यह ईरान के लिए बहुत दुर्भाग्यशाली साबित होगा. ट्रंप आगे ने कहा कि उन्होंने निर्देश दिए हैं कि अगर ईरान उनकी हत्या का प्रयास करता है, तो उसे पूरी तरह मिटा दिया जाए.
अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से पहले ही ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने उन्हें मारने की साजिश रची थी. इस मामले में न्यूयॉर्क में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
कमजोर स्थिति में है ईरान
वर्तमान में ईरान कमजोर स्थिति में है क्योंकि उसके सहयोगी सीरिया के पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद सत्ता से बाहर हो चुके हैं. उसके समर्थक गुट हिजबुल्लाह व हमास कमजोर हो चुके हैं. साथ ही, ईरान में नए राष्ट्रपति मसूद पेज़ेश्कियान सत्ता में आए हैं, जिन्होंने हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए इब्राहिम रईसी की जगह ली है.
