Russia Convict Ukrainians : रूस ने यूक्रेन युद्ध के दौरान पकड़े गए 23 यूक्रेनियों को बुधवार (26 मार्च) को आतंकवाद के आरोप में दोषी ठहराया है. रूस के इस फैसले के बाद यूक्रेन ने इस पर प्रतिक्रिया दी है. यूक्रेन ने रूस के इस कदम की निंदा की है और इसे रूस का दिखावा और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के उल्लंघन करार दिया है.


रूसी मीडिया के रिपोर्ट्स और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के मुताबिक, रूस के ठहराए गए दोषियों में से 14 लोग एलिट अजोव ब्रिगेड के वर्तमान और पूर्व लड़ाके थे, जिन्हें रूस ने आतंकवादी समूह घोषित किया है. इसके अलावा इनमें 9 महिलाएं और एक अन्य व्यक्ति रसोईया और सहायक कर्मचारी के तौर पर काम करते थे. 23 में से 12 आरोपी कोर्ट में मौजूद नहीं थे. इनमें से 11 कैदियों को दो बार में बंधकों के अदला-बदली प्रक्रिया में यूक्रेन को लौटा दिया गया था और एक की पिछले साल रूसी हिरासत में ही मौत हो गई थी. हालांकि, इन सभी को उनकी गैर-मौजूदगी में आंतकवाद के लिए दोषी ठहराया गया.


13 से 23 साल तक सुनाई थी सजा


इसके अलावा इन सभी को हिंसक तख्तापलट और आतंकी संगठन की गतिविधियों को आयोजित करने का भी आरोप लगाया गया था. वहीं, इनमें से कुछ पर आतंकी गतिविधियों  को अंजाम देने के लिए ट्रेनिंग के लिए अलग से आरोप लगाए गए थे. जिसके लिए इन सभी आरोपियों को 13 साल से 23 सालों तक जेल की सजा सुनाई गई थी.


यूक्रेन के रूस की ओर से की गई सुनवाई को दिखावा करार दिया


जहां, रूस ने 23 यूक्रेनी नागरिकों को दोषी ठहराकर उनकी सजा सुनाई. वहीं, इसके बाद यूक्रेन के मानवाधिकार दूत दिमित्रो लुबिनेट्स ने 2023 के जून महीने में शुरू हुई कार्यवाही की निंदा की और इसे रूस के मनोरंजन के लिए एक ओर दिखावा बताया. उन्होंने कहा, “रूस और निष्पक्ष न्याय में कोई समानता नहीं है. पूरी दुनिया को यूक्रेनी सुरक्षा कर्मियों पर ऐसे शर्मनाक दिखावे वाले मुकदमों के खिलाफ अपनी प्रतिक्रिया देनी चाहिए.”