यूरोप का छोटा सा देश लक्जमबर्ग दुनिया के सबसे अमीर देशों में से एक है. इसका कुल क्षेत्रफल केवल 2,586 km² है और आबादी लगभग 6.5 लाख, लेकिन फिर भी यह देश अपने नागरिकों को बेहद उच्च जीवन स्तर और आर्थिक समृद्धि प्रदान करता है,


World of Statistics की रिपोर्ट के मुताबिक, लक्जमबर्ग की GDP per capita (PPP) लगभग $140,941 है, यानी औसतन एक व्यक्ति सालाना करीब 10 लाख रुपये कमाता है. इसे महीने के हिसाब से देखें तो लगभग ₹10.42 लाख प्रति माह बनता है. 


क्या है लक्जमबर्ग की आर्थिक ताकत?


लक्जमबर्ग की आर्थिक ताकत का मुख्य स्रोत इसकी बैंकिंग इंडस्ट्री और निवेश पर कर की कम दर है. यहां बैंकों की संख्या इतनी अधिक है कि यह लोगों की संख्या से भी ज्यादा बताई जाती है. यही कारण है कि इसे 'यूरोप का टैक्स पैराडाइज' कहा जाता है.


देश में सुरक्षा, स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था बेहतर


देश में जीवन स्तर बहुत ऊंचा है. यहां सुरक्षा, स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था बेहतर हैं और यह दुनिया के सबसे सुरक्षित और साफ देशों में गिना जाता है. यहां के नागरिकों के लिए बेहतर रोजगार उपलब्ध हैं और उद्योगों में उच्च तकनीक का इस्तेमाल होता है, जिससे देश की अर्थव्यवस्था और मजबूत होती है. 


लक्जमबर्ग में कौन कौन सी भाषाएं बोली जाती हैं?


लक्जमबर्ग में 3 आधिकारिक भाषाएं बोली जाती हैं- लक्सेम्बर्गिश, फ्रेंच और जर्मन. यहां कि राजधानी लक्जमबर्ग सिटी है, जो आधुनिकता और ऐतिहासिक संस्कृति का सुंदर मिश्रण प्रस्तुत करती है. देश की टैक्स नीति और आर्थिक संरचना लोगों के लिए बेहद अनुकूल है. कम टैक्स, बैंकिंग सुविधाएं और निवेश के अवसर यहां के नागरिकों को एक आरामदायक जीवन देने में मदद करते हैं. यही वजह है कि लक्जमबर्ग को केवल अमीर लोगों का देश नहीं बल्कि संपन्नता और सुरक्षा का प्रतीक भी माना जाता है.


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