प्रयागराज महाकुंभ में मंगलवार (28 जनवरी, 2025) की रात को हुए हादसे पर दक्षिण भारत के श्रंगेरी शारदा पीठ के उत्तराधिकारी शंकराचार्य स्वामी विधु शेखर भारती महाराज की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने हादसे में हुई मौतों पर दुख जताया और कहा कि इस पुण्य स्थली और पुण्य पर्व पर जान गंवाने वाले इन लोगों को सद्गति अवश्य प्राप्त होगी. शंकराचार्य ने कहा कि वो लोग तो वापस नहीं आ सकते हैं, लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं है कि उनको सद्गति जरूर मिलेगी.
मौनी अमावस्या पर प्रयागराज महाकुंभ में करोड़ों लोगों की भीड़ अमृत स्नान के लिए पहुंच थी, लेकिन इस दौरान भगदड़ मच गई और लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े. भीड़ में दबने की वजह से कई लोगों की जान चली गई. डीआईजी वैभव कृष्णा ने घटना के दिन शाम को प्रेस वार्ता में बताया कि 30 लोगों की मौत हो गई.
हादसे पर शंकराचार्य स्वामी विधु शेखर भारती महाराज ने कहा, 'इस बड़े संदर्भ को लेकर कितनी तैयारियां की गईं. परंतु इतने पर्यत्नों के बाद भी कुछ दुर्दैव के कारण ऐसी घटना हुई है. इस संदर्भ में कुछ लोगों के देह भी शांत हो चुके हैं. ये बहुत ही दुखजनक संदर्भ है. स्वयं मुख्यमंत्री जी ने भी अपने दुख को प्रकट किया. तो ऐसा एक संदर्भ दुखजनक संदर्भ है. दुर्दैव के कारण इस संदर्भ में हुआ है. इसमें भी अगर शास्त्रीय दृष्टि से हम देखेंगे तो जिन लोगों का देहांत इस संदर्भ में हुआ है तो उनको सद्गति अवश्य ही प्राप्त होती है क्योंकि ऐसे पुण्य स्थल में, ऐसे पुण्य पर्व में उनका देहांत हो गया है तो उनको विशिष्ट रूप से सद्गति प्राप्त होती ही है, इसमें कोई संदेह नहीं है. वो बहुत ही पुण्यशाली हैं.'
शंकराचार्य ने पीड़ित परिवारों के लिए संवेदना प्रकट करते हुए कहा, 'अभी जो घटना हुई और जिन लोगों की जान गई, उनको तो हम वापस नहीं ला सकते हैं. कोई भी वापस नहीं ला सकता है. तो इसको हमें शास्त्रीय दृष्टि से देखना चाहिए कि वे पुण्यशाली हैं, सद्गति प्राप्त कर चुके हैं. उनके जो परिवार हैं, उनको तो दुख होता ही है, ऐसा दुख सहने की शक्ति पीड़ित परिवारों को प्राप्त हो. भगवान की कृपा से सभी प्रकार के श्रेय उनको प्राप्त हों. ऐसा हम कहना चाहते हैं.'
शंकराचार्य ने आने वाले दूसरों पर्वों के दौरान श्रद्धालुओं से सावधानी बरतने की अपील की है. उन्होंने कहा, 'हम एक बात और कहना चाहते हैं कि एक और बहुत बड़ा पर्व आने वाला है, बसंत पंचमी. उससे आगे भी विशिष्ट पर्व आएंगे, जिसमें बहुत बड़ी भीड़ इकट्ठा होगी. ऐसे संदर्भ में हम सभी लोगों से कहना चाहते हैं कि सभी लोग सावधान रहें क्योंकि सरकार और अधिकारियों ने दिन-रात यहां रहकर व्यवस्था की थी. लोगों से हम कहेंगे इन व्यवस्थाओं का लाभ लें और स्नान करें. मुझे जल्द जाना है, इस तरह के चिंतन लोग मन में न रखें और सावधानी बरतें. पूरे विश्व का ये बहुत बड़ा समागम है. दुनिया में कहीं ऐसा देखने को नहीं मिलेगा कि एक संदर्भ में इतनी बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो रहे हैं तो पुण्य स्थली ऐसा अवसर लोगों को दे रही है.'
