पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम के बयान को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के खिलाफ हमला तेज कर दिया है. भाजपा ने कांग्रेस की संसदीय समिति की अध्यक्ष सोनिया गांधी पर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार को विदेश ताकतों के हाथों की कठपुतली बना देने का आरोप लगाया.
BJP के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने शनिवार (4 अक्टूबर, 2025) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम के और कांग्रेस नेता मनीष तिवारी की ओर से किए गए खुलासों का हवाला देते हुए सोनिया गांधी पर निशाना साधा. गौरव भाटिया ने दावा करते हुए कहा, ‘मनमोहन सिंह की नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने सोनिया गांधी के प्रभाव में मुंबई में 26/11 आतंकवादी हमले के बाद ठोस जवाबी कार्रवाई नहीं करने का फैसला किया था.’
भाजपा ने कांग्रेस से मांगे सवालों के जवाब
इस दौरान भाजपा नेता गौरव भाटिया ने कांग्रेस पार्टी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा और कई सवाल भी दागे. उन्होंने कहा, ‘भारत के लोग कांग्रेस पार्टी से और फर्जी गांधी, राहुल गांधी से सवाल पूछ रही है. हमने यह भी देखा कि विपक्ष के नेता, जो पिछले चार दिनों से विदेश के दौरे पर हैं, उनका सिर्फ एक ही मिशन है- विकास के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ रहे भारत की साख को बदनाम करना.’
उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी विदेश की धरती से हमारे महान राष्ट्र को बदनाम करने की कोशिश करते हुए निराधार आरोप लगाते हैं. इसलिए हम भारत की धरती से, भारत के लोगों के सामने ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और सोनिया गांधी से अपने सवालों के जवाब पूछना चाहते हैं.’
कांग्रेस नेताओं के खुलासे गंभीर चिंता के विषय- भाटिया
उन्होंने कहा, ‘यह एक गंभीर चिंता का विषय है कि यूपीए सरकार में गृह मंत्री रहे पी. चिदंबरम और यूपीए सरकार के पूर्व मंत्री मनीष तिवारी जैसे वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने हाल ही में चौंकाने वाले और चिंताजनक खुलासे किए हैं.’
उन्होंने कहा, ‘चिदंबरम और मनीष तिवारी के खुलासों से यह साफ तौर पर पता चलता है कि जो सरकार संवैधानिक तौर पर भारत की संप्रभुता की रक्षा के लिए जिम्मेदार थी, वह असल में विदेशी ताकतों के हाथों की कठपुतली बन गई थी.’ उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मनमोहन सिंह का रिमोट सोनिया गांधी के पास है, जबकि सोनिया गांधी का रिमोट कंट्रोल विदेशी ताकतों के पास है.
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