कोलकाता टेस्ट जीतने वाली दक्षिण अफ्रीका टीम गुवाहाटी में भी जीत के करीब है. चौथे दिन मेहमान दक्षिण अफ्रीका ने भारत के सामने 549 रनों का लक्ष्य रखा. इसके बाद दिन का खेल खत्म होने तक टीम इंडिया ने 27 रनों पर दो विकेट गंवा दिए. साई सुदर्शन और कुलदीप यादव नाबाद लौटे. अब अंतिम दिन भारत को जीत के लिए 522 रन बनाने हैं, जो लगभग असंभव है. वहीं दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए 8 विकेट लेने हैं. चौथे दिन का खेल खत्म होने के बाद दक्षिण अफ्रीका के हेड कोच शुकरी कोनराड ने बड़ा बयान दिया है, जिससे भारतीय फैंस गुस्सा हो सकते हैं. 


शुकरी कोनराड के इस बयान से तनाव पैदा हो सकता है, लेकिन उन्होंने कहा कि वह इंग्लैंड के दिवंगत कप्तान टोनी ग्रेग के मशहूर इंटरव्यू से एक वाक्य चुरा रहे हैं जो उन्होंने 1976 में क्लाइव लॉयड की वेस्टइंडीज टीम के खिलाफ सीरीज से पहले बोला था. उनकी टीम वह सीरीज 0-3 से हार गई थी.


कोनराड ने चौथे दिन के खेल खत्म होने के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, "हम चाहते थे कि भारतीय टीम मैदान पर ज्यादा से ज्यादा समय बिताए. हम चाहते थे कि वे घुटनों के बल आ जाएं (यह वाक्य मैं चुरा रहा हूं) और हम मैच उनकी जद से बिल्कुल बाहर करना चाहते थे."


कोनराड ने इसके लिये ‘ग्रोवेल ’ शब्द का इस्तेमाल करके विवाद को जन्म दे दिया है. ‘ग्रोवेल’ का मतलब होता है जमीन के बल लेटना या रेंगना. दक्षिण अफ्रीकी मूल के श्वेत क्रिकेटर ग्रेग ने यह शब्द दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद और कैरेबियाई खिलाड़ियों के संदर्भ में इस्तेमाल किया था.


अभी यह पता नहीं है कि क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने विरोधी टीम के बारे में आपत्तिजनक संदर्भ इस्तेमाल करने वाले अपने अश्वेत कोच से बात की है या नहीं. कोनराड से पूछा गया था कि पारी की घोषणा में इतना विलंब क्यों किया गया और क्या इससे मैच के नतीजे पर असर पड़ सकता है. 


उन्होंने आगे कहा, "कुछ पहलू थे. हम नयी गेंद का सर्वश्रेष्ठ इस्तेमाल करना चाहते थे और सुबह नयी और कठोर गेंद मिलेगी. इसके अलावा हम चाहते थे कि भारतीय खिलाड़ी अधिकांश समय क्रीज पर रहें. कुछ लोग कहेंगे कि आपने बहुत देर बल्लेबाजी की लेकिन मुझे ऐसा नहीं लगता है."