गाजा शांति समझौते को लेकर इजरायल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ ऑनर से सम्मानित करेगा. इस बीच ट्रंप और नेतन्याहू ने इजरायली संसद में हमास की कैद से रिहा हुए बंधकों और उनके परिवार वालों से मुलाकात की. इजराइल की संसद में सभी सांसदों ने खड़े होकर तालियां बजाते हुए ट्रंप का गर्मजोशी से स्वागत किया. इजरायली संसद के अध्यक्ष अमीर ओहाना ने ट्रंप को यहूदी इतिहास का दिग्गज बताया.


'ट्रंप का नाम इजरायल की विरासत में दर्ज होगा'


इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने सांसदों को संबोधित करते हुए ट्रंप की जमकर तारीफ की. उन्होंने अपने भाषण में अमेरिकी राष्ट्रपति का जिक्र करते हुए कहा, "आज का दिन भावनाओं से भरा हुआ. आपका (ट्रंप) नाम हमारे राष्ट्र की विरासत में दर्ज. यह मानवता के इतिहास में पहले ही दर्ज हो चुका है. हमने इस पल का कब से इंतजार किया है और मैं पूरे राष्ट्र की ओर से आपको व्यक्तिगत रूप से धन्यवाद देना चाहता हूं."


इजरायली संसद में गूंजा ट्रंप-ट्रंप के नारे


नेतन्याहू ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस में इजरायल के अब तक के सबसे अच्छे दोस्त हैं, जिसके बाद सदन में ट्रंप के नारे लगने लगे. उन्होंने कहा कि अब तक किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति ने इजरायल के लिए इतना कुछ नहीं किया." इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को अपने देश के सर्वोच्च पुरस्कार के लिए नामांकित किया है.


हमने चुकाई जंग की भारी कीमत: नेतन्याहू 


नेतन्याहू ने कहा, "हमने इस युद्ध के लिए बड़ी कीमत चुकाई है, लेकिन हमारे दुश्मन अब समझ गए हैं कि इजरायल कितना शक्तिशाली और कितना दृढ़ है. उन्होंने (हमास) सभी बंधकों को घर वापस लाने का वादा किया था और ऐसा कर भी दिया है. मैं शांति के लिए प्रतिबद्ध हूं."


ट्रंप का जिक्र करते हुए नेतन्याहू ने कहा, "दो महीने पहले आपने गाजा शहर में हमास के आखिरी गढ़ में आईडीएफ भेजने के मेरे फैसले का पूरी तरह से समर्थन किया था. आप मेरे इस विचार से सहमत थे कि इस सैन्य दबाव से बंधकों को छुड़ाने में मदद मिलेगी. हमें पता है कि तमाम आलोचनाओं और विरोधों के बावजूद हम सही थे."